बिहार राशन वितरण नई योजना 2025: बिहार सरकार ने जनवरी 2025 से राशन वितरण प्रणाली में व्यापक बदलाव की घोषणा की है। यह नई पहल राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA) के अंतर्गत लागू की गई है। सरकार का मुख्य उद्देश्य गरीब और जरूरतमंद परिवारों तक खाद्यान्न की पहुंच को पारदर्शी, कुशल और प्रभावी बनाना है।
इस योजना के अंतर्गत राशन कार्ड धारकों को गेहूं और चावल के वितरण अनुपात में महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिलेगा। इसके अलावा, ई-केवाईसी (e-KYC) प्रक्रिया को अनिवार्य कर दिया गया है। यदि लाभार्थी ई-केवाईसी प्रक्रिया को समय पर पूरा नहीं करेंगे, तो उनका राशन कार्ड रद्द किया जा सकता है।
यह योजना बिहार राज्य के लगभग 2.02 करोड़ राशन कार्ड धारकों और 8.39 करोड़ लोगों को लाभान्वित करेगी। सरकार का लक्ष्य केवल पात्र लोगों को योजना का लाभ देना और भ्रष्टाचार को समाप्त करना है। इस लेख में हम बिहार राशन वितरण नई योजना 2025 के हर पहलू को विस्तार से समझेंगे, जिसमें पात्रता, ई-केवाईसी प्रक्रिया, योजना के लाभ और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी शामिल है।
बिहार राशन वितरण नई योजना 2025: मुख्य विशेषताएं
- गेहूं की मात्रा में वृद्धि: लाभार्थियों को पहले की तुलना में अधिक गेहूं मिलेगा।
- चावल की मात्रा में कमी: च
ावल की मात्रा में मामूली कमी की गई है, लेकिन कुल खाद्यान्न की मात्रा में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
3. ई-केवाईसी अनिवार्य: सभी राशन कार्ड धारकों के लिए ई-केवाईसी (e-KYC) प्रक्रिया को पूरा करना अनिवार्य किया गया है।
4. स्मार्ट वितरण प्रणाली: वितरण प्रणाली को डिजिटल पोर्टल और मोबाइल ऐप के माध्यम से अधिक पारदर्शी और प्रभावी बनाया गया है।
5. महिला सशक्तिकरण: राशन कार्ड अब प्राथमिकता के आधार पर महिलाओं के नाम पर जारी किए जाएंगे।
6. कालाबाजारी पर रोक: राशन वितरण में होने वाली अनियमितताओं और कालाबाजारी को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए गए हैं।
बिहार राशन वितरण नई योजना 2025: मुख्य जानकारी (Overview Table)
विशेषता | विवरण |
योजना का नाम | बिहार राशन वितरण नई योजना |
लागू तिथि | जनवरी 2025 |
लाभार्थी | AAY और PHH राशन कार्ड धारक |
गेहूं-चावल अनुपात | 2:3 |
कुल राशन कार्ड धारक | 2,02,07,941 |
कुल लाभार्थी | 8,39,06,306 |
कार्यान्वयन एजेंसी | खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग |
ई-केवाईसी अंतिम तिथि | 31 दिसंबर 2024 |
मोबाइल ऐप | मेरा राशन 2.0 |
आधिकारिक पोर्टल | nfsa.gov.in |
राशन वितरण में बदलाव (Major Changes in Ration Distribution)
बिहार सरकार द्वारा राशन वितरण में किए गए कुछ प्रमुख बदलाव इस प्रकार हैं:
1. अंत्योदय अन्न योजना (AAY):
- पहले: 7 किलो गेहूं और 28 किलो चावल प्रति परिवार।
- अब: 14 किलो गेहूं और 21 किलो चावल प्रति परिवार।
2. पूर्विकताप्राप्त गृहस्थी (PHH):
- पहले: 1 किलो गेहूं और 4 किलो चावल प्रति व्यक्ति।
- अब: 2 किलो गेहूं और 3 किलो चावल प्रति व्यक्ति।
इन बदलावों का उद्देश्य गेहूं की मात्रा में वृद्धि कर पोषण स्तर को बेहतर बनाना और वितरण में संतुलन बनाए रखना है।
बिहार राशन वितरण नई योजना 2025: उद्देश्य (Objectives)
- भूखमरी पर रोक: जरूरतमंद परिवारों को पर्याप्त खाद्यान्न उपलब्ध कराना।
- पारदर्शिता: वितरण प्रक्रिया में गड़बड़ी और भ्रष्टाचार को समाप्त करना।
- महिला सशक्तिकरण: महिलाओं को राशन कार्ड के अधिकार देना।
- आर्थिक राहत: गरीब परिवारों को खाद्यान्न पर सब्सिडी देकर आर्थिक बोझ कम करना।
- डिजिटल प्रणाली: राशन वितरण को डिजिटल और स्मार्ट बनाना।
पात्रता मानदंड (Eligibility Criteria)
- निवास: लाभार्थी का बिहार का निवासी होना अनिवार्य है।
- राशन कार्ड: लाभार्थी के पास AAY या PHH राशन कार्ड होना चाहिए।
- आय सीमा: परिवार की वार्षिक आय निर्धारित सीमा से कम होनी चाहिए।
- ई-केवाईसी अनिवार्य: राशन कार्ड का ई-केवाईसी पूरा किया जाना चाहिए।
- अन्य शर्तें: परिवार का कोई भी सदस्य सरकारी नौकरी में नहीं होना चाहिए।
आवश्यक दस्तावेज (Required Documents)
- राशन कार्ड
- आधार कार्ड
- बैंक पासबुक की कॉपी
- निवास प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र
- पासपोर्ट साइज फोटो
ई-केवाईसी प्रक्रिया (e-KYC Process)
सरकार ने ई-केवाईसी (e-KYC) प्रक्रिया को राशन वितरण के लिए अनिवार्य कर दिया है।
ई-केवाईसी करने के चरण:
- नजदीकी राशन दुकान पर जाएं।
- आधार कार्ड और राशन कार्ड साथ ले जाएं।
- PoS मशीन पर बायोमेट्रिक सत्यापन कराएं।
- प्रक्रिया पूरी होने पर पुष्टि संदेश प्राप्त करें।
ई-केवाईसी की अंतिम तिथि: 31 दिसंबर 2024
मोबाइल ऐप: ‘मेरा राशन 2.0’ (Mera Ration 2.0)
सरकार ने राशन वितरण को और पारदर्शी और सरल बनाने के लिए ‘मेरा राशन 2.0’ मोबाइल ऐप लॉन्च किया है।
ऐप की मुख्य विशेषताएं:
- राशन वितरण की जानकारी।
- नजदीकी राशन दुकान का पता।
- शिकायत दर्ज करने की सुविधा।
- राशन वितरण तिथि की जानकारी।
- फीडबैक सुविधा।
डाउनलोड: यह ऐप Google Play Store से डाउनलोड किया जा सकता है।
योजना का प्रभाव (Impact of the Scheme)
- बेहतर पोषण स्तर: गेहूं की बढ़ी हुई मात्रा से पोषण स्तर में सुधार होगा।
- आर्थिक राहत: गरीब परिवारों को खाद्यान्न पर सब्सिडी मिलेगी।
- पारदर्शिता: भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगी।
- महिला सशक्तिकरण: महिलाओं को राशन कार्ड का प्राथमिक लाभ मिलेगा।
- ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा: वितरण प्रणाली से ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियां बढ़ेंगी।
निष्कर्ष (Conclusion)
बिहार राशन वितरण नई योजना 2025 राज्य में खाद्य सुरक्षा को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह योजना केवल खाद्यान्न वितरण तक सीमित नहीं है, बल्कि यह आर्थिक, सामाजिक और स्वास्थ्य स्तर पर भी व्यापक प्रभाव डालेगी।
लाभार्थियों को सलाह दी जाती है कि वे 31 दिसंबर 2024 तक ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी करें और ‘मेरा राशन 2.0’ मोबाइल ऐप का उपयोग करें।
यह योजना बिहार के लाखों गरीब और जरूरतमंद परिवारों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने में सक्षम है।